Patriotic Poem on Republic Day in Hindi
मज़हब जुदा सही वतन तो एक है,
है फूल रंग रंग के चमन तो एक है,
मज़हब के लिए मुल्क़ गाफिल तो नही हम,
है अमन है हमी कोई बुजदिल तो नही हम,
झुक सकता नही ज़ुल्म के आगे ये तिरंगा,
इस पर तो बहा सकते हैं खून की गंगा,
हिंदू की नही है किसी मुस्लिम की नही है,
है हिंद जिसका नाम शहीदो की जमी हैं,
भगतसिंह ने इसे सिंचा है खून से,
दुश्मन के होश उड़ गये जिसके जुनून से,
भूलेगा न भारत कभी अब्दुल हामिद को,
जिसने की मिलाया है दीवाली से ईद को,
Patriotic Poems in Hindi
बिछड़े दिलो को जिसने की एक डोर से बांधा,
आयूब ने भी दिया जिसको प्यार से कंधा,
वो शास्त्री हर दिल में जिसने नाम लिखा है,
अपने लहू से अमर का पैगाम लिखा है,
वो शास्त्री वो शास्त्री वो शास्त्री जी है,
वादा किया अमन का वादा न तोड़ना,
कोई जग पे आ जाए तो जिंदा न छोड़ना,
हिंदू का नही किसी मुस्लिम का नही,
है हिंद जिसका नाम शहीदो की जय
जय हिंद…. जय हिंद……. जय हिंद……
Patriotic Poems in Hindi
Top 10 Desh Bhakti Kavita in Hindi
अपनी आज़ादी को हम हरगिज़ मिटा सकते नही,
सर कटा सकते हैं लेकिन सिर झुका सकते नही,
हमने सदियो में यह आज़ादी की नेमत पाई है,
सैकड़ो कुर्बानी देकर यह दौलत पाई है,
मुस्कुरा खाई हैं सीने पे अपने गोलिया,
कितने वीरो से गुज़रे तो जन्नत पाई है,
खाक में हम अपनी इज़्ज़त को मिला सकते नही,
अपनी आज़ादी को हम हरगिज़ मिटा सकते नही,
क्या चलेगी ज़ुल्म की अहले वफ़ा के सामने,
आ नही सकता कोई शोला हवा के सामने,
लाख फ़ौजे लेके आए अमन का दुश्मन कोई,
रुक नही सकता हमारी एकता के सामने,
हम वो पठार है जिस दुश्मन हिला नही सकते,
अपनी आज़ादी को हम हरगिज़ मिटा सकते नही,
वक़्त की आवाज़ के साथ हम चलते जाएँगे,
हर कदम पर जिंदगी का रुख़ बदलते जाएँगे,
अगर वतन में भी मिलेगा कोई गद्दारे वतन,
अपनी ताक़त से हम उसका सिर कुचलते जाएँगे,
अपनी आज़ादी को हम हरगिज़ मिटा सकते नही,
हम वतन के नौजवां है हमसे जो टकराएगा,
वो हुमारी ठोकरों से खाक में मिल जाएगा,
Patriotic Poems in Hindi
आस्मा पर यह तिरंगा उमर भर लहराएगा,
जो सबक बापू ने सिखलाया भुला सकते नही,
अपनी आज़ादी को हम हरगिज़ मिटा सकते नही,
दुश्मनो के हम हैं दुश्मन, यार के हम यार है,
अमन में फुलो की डाल, जंग में तलवार हैं,
जिस किसी में हौसला हो आजमा कर देख ले,
जिंदगी के वास्ते मरने को हम तैयार हैं,
बढ़ चुके हैं जो कदम, पीछे हटा सकते नही,
अपनी आज़ादी को हम हरगिज़ मिटा सकते नही,
यह हमारे उँचे पर्वत, यह हमारी नदिया,
यह हमारी मुस्कुराती लहलाती खेतियाँ,
इन पर डालेगा कोई दुश्मन अगर नज़रे बुरी,
हम तो जालिम की रख देंगे उड़ाकर धज्जिया,
आबरू अपने वतन की हम गवा सकते नही,
अपनी आज़ादी को हम हरगिज़ मिटा सकते नही
Patriotic Poems about the Flag
जब ज़ीरो दिया मेरे भारत ने दुनिया को तब गिनती आई,
तारों की भाषा भारत ने दुनिया को पहले सिखाई,
देता न देश मदद भारत तो यू चाँद पे जाना मुस्क़िल था,
धरती और चाँद की दूरी का अंदाज़ा लगाना मुस्क़िल था,
सभ्यता जहाँ पहले जन्मी जहाँ कला,
मेरा भारत तो भारत है जिसके पीछे संसार चला,
संसार चला और आगे बढ़ा और बढ़ता ही गया,
भगवान करे ये और बढ़ता ही रहे और फले-फुले,
है प्रीत जहाँ की रीत सदा में गीत वहाँ के गाता हूँ,
भारत का रहने वाला हूँ भारत के गीत सुनाता हूँ,
Patriotic Poems in Hindi
काले गोरे का भेद नही हर दिल में हमारा नाता है,
कुछ और न आता हो हमको प्यार निभाना आता है,
जिसे मान चुकी सारी दुनिया में बात वही दोहराता हूँ,
जीते हो किसी ने देश तो क्या हमने तो दिलो को जीता है,
जहा राम अभी है नर में, नारी में अभी तक सीता है,
इतने पावन लोग जहाँ में नित-नित सीष झुकाता हूँ,
इतनी ममता, नदियो को भी यहा माता कहके बुलाते हैं,
इतना आदर इंसान तो क्या पत्थर भी पूजे जाते हैं,
उस धरती पे मैने जन्म लिए ये सोच के में इतरता हूँ
Patriotic Poems in Hindi
15+ Desh Bhakti Poem in Hindi Language
इंसान की डगर पर बचो दिखाओ चल के,
ये देश है तुम्हारा नेता तुम्ही हो कल के,
दुनिया के रंज सहना और कुछ न मूह से कहना,
सच्चाइयों के बल पे आगे को बढ़ते रहना,
रख दोगे एक दिन तुम संसार को बदल के,
इंसान की डगर पर बचो दिखाओ चल के,
Patriotic Poems in Hindi
अपने हो या पराए सबके लिए हो न्याय,
देखो कदम तुम्हारा हरगिज़ न डगमगाए,
रास्ते बढ़े कठिन है चलना संभल संभल के,
इंसान की डगर पर बचो दिखाओ चल के,
इंसानियत के सिर पे इज़्ज़त का ताज रखना,
तन मन की भेट देकर भारत की लाज रखना,
जीवन नया मिलेगा अंतिम चिता में जल के.
इंसान की डगर पर बचो दिखाओ चल के
Hindi Patriotic Poem with Lyrics
बिगुल बाज रहा है आज़ादी का गगन गूँजता नारो से,
मिला रही है आज हिंद की मीठी नज़र सितारो से,
एक बात कहनी है लेकिन आज देश के प्यारो से,
जान से नेताओ से फ़ौजो की खड़ी कतारो से,
कहनी है हम इक बात देश के पहरेदारो से,
संभल के रहना अपने घर में छिपे हुए गद्दारों से,
झाँक रहे हैं अपने दुश्मन अपनी ही दीवारो से,
संभल के रहना अपने घर में छिपे हुए गद्दारों से,
Patriotic Poems in Hindi
लूट रहे हैं देश की दौलत लोभी रिसवत खोर यहाँ,
काट रहे हैं देश की जेबे वतन के दुश्मन चोर यहाँ,
सच के ऊपर झूठ का दिन-दिन बढ़ता जाता ज़ोर यहाँ,
जागते रहना ऐ नेताओ खतरा चारो ओर यहाँ,
नही चलेगा काम दोस्तो केवल जय जैकारों से,
संभल के रहना अपने घर में छिपे हुए गद्दारों से,
आज उठाओ सब दुकान यहाँ से काले धंधे की,
दाल न हरगिज़ गलने देना अब स्वार्थ के अंधो की,
सबसे कह दो ये जमी है आज़ादी के बन्दों की,
भगतसिंह के इस भारत में जगह नही जयचंदो की,
आज यही है माँग हमारी कोम के सब सरदारो से,
संभल के रहना अपने घर में छिपे हुए गद्दारों से,
Patriotic Poems in Hindi
फैलती जो फुट यहाँ पर दूर करो उसे टोली को,
कभी न जलने देना फिर से भेदभाव की होली को,
जो बापू को चीर गयी थी याद करो उस गोली को,
सारी बस्ती जल जाती है मुठ्ठी भर अंगारो से,
संभल के रहना अपने घर में छिपे हुए गद्दारों से,
दूर हटा दो उस सबको जो प्यारी जंजीर काट रहे,
दूर हटा दो उन सबको जो खून वतन का चाट रहे,
वो सब है इस देश के दुश्मन जनता को जो डाट रहे,
Patriotic Poems in Hindi
आज़ादी की नयी लता को छुरियो से चाट रहे,
जागो लोगो जगा रहा है तुमको काल इशारो से,
संभल के रहना अपने घर में छिपे हुए गद्दारों से,
जागो तुमको बापू की जागीर की रक्षा करनी है,
होशियार, तुमको अपने कश्मीर की रक्षा करनी है,
आती है आवाज़ यही मंदिर, मस्जिद, गुरुद्वारो से,
संभल के रहना अपने घर में छिपे हुए गद्दारों से
Patriotic Poems in Hindi
14 Popular Desh Bhakti Geet in Hindi
दुश्मन सिर पे खड़ा जागो भारत की संतान,
कतरा-कतरा सिमट-सिमट कर बन जा एक तूफान,
ऐ मा तेरे बच्चे कई करोड़,
आँधी तूफान के पाले,
लाज तेरी के रखवाले,
ऐ मा तेरे,
तेरा आँचल छूने वाला, हाथ काट कर रख देंगे,
तेरे चरणों में दुश्मन का कटा हुआ सिर रख देंगे,
निकल पडे हैं रण में तेरे, दूध की कीमत देने वाले,
ऐ मा तेरे.. Patriotic Poems in Hindi
लहू राघी में उबल रहा है, आज काम ये आएगा,
जहा गिरेगी एक बूँद किला वहाँ बन जाएगा,
मा बेटे अमर है तेरे,
मारकर भी मिटने वाले,
दुश्मन समझे सिर्फ़ अहिंसावादी से टक्कर है,
वह क्या जाने हर उंगली पर सुदर्शन चक्कर है,
डटे हुए हैं मोड़-तोड़ पर,
भी, और अर्जुन मतवाले,
ऐ मा तेरे.
सिकंदर-ए-अजाम
Patriotic Poems in Hindi
वर्दी है भगवान, फ़ौजी मेरा नाम,
गोलिया ख़ाके गर्दन झुकाता नही,
कदम वो बढ़ाके हटाता नही,
वर्दी है भगवान, फ़ौजी मेरा नाम,
वर्दी है भगवान, फ़ौजी मेरा नाम,
शहीदो के खून की खुशबू पुकारे,
कोई आबरू-ए-वतन ना उजाड़े,
हदों की हिफ़ाज़त, हमारा धर्म है,
हिमालय से पठार कोई ना उखाड़े,
ये है अरमान फ़ौजी मेरा नाम,
वर्दी है भगवान, फ़ौजी मेरा नाम,
हिन्दी सिख ईसाई कोई मुसलमान है,
ये बेटे है चार मगर एक मा है,
तिरेंगे का आँचल उतरे न कोई,
यही कोम की बॅंडेज का निशा है,
बाजू है कार्पट, फ़ौजी मेरा नाम.
वर्दी है भगवान, फ़ौजी मेरा नाम
Short Patriotic Poems in Hindi
10+ Best Patriotic Songs in Hindi Font
उस मुल्क़ की सरहद को कोई छू नही सकता,
जिस मुल्क़ की सरहद की निगेहवान है आँखे,
इस तरह के ज़ज्बात का ऐलान हैं आँखे,
आँखो से बड़ी कोई तराजू नही होती,
तुलता है बसर जिसमे, वह मिजान है आँखे,
आँखे ही मिलती है, जमाने में दिलो को,
अंजान है हम तुम अगर अज़ान है आँखें,
Patriotic Poems in Hindi
लब कुछ भी कहे इससे हक़ीक़त नही छुपती,
इंसान के सच झूठ की पहचान है आँखे,
आँख न झुकी तेरी किसी गैर के आगे,
दुनिया में बढ़ी चीज़ मेरी जान है आँखे,
उस मुल्क़ की सरहद को कोई छू नही सकता,
जिस मुल्क़ की सरहद की निगेहवान है आँख
Patriotic Day Poem In Hindi
मेरी जान से प्यारे तुमको तेरा देश पुकारे जा,
जा भैया, जा बेटा जा, मेरे यारा जा,
देखो वीर जवानो अपने खून पे ये इल्ज़ाम ना आए,
हम पहले भारतवासी फिर हिंदू-मुस्लिम सिख-ईसाई,
नाम जुड़ा है तो क्या भारत मा के सब बेटे हैं भाई,
अब्दुल उसके बच्चे को पाले जो घर वापिस राम ना आए,
देखो वीर जवानो अपने खून पे ये इल्ज़ाम ना आए,
Patriotic Poems in Hindi
अँधा बेटा युद्ध को चला तो,
ना जा ना जा उसकी माँ बोली,
वो बोला कम कर सकता हूँ,
में भी दुश्मन की एक गोली,
जिक्र शहीदों का हो तो क्या उनमे मेरा नाम न आए,
देखो वीर जवानो अपने खून पे ये इल्ज़ाम ना आए,
अच्छा चलते हैं, कब आएँगे यह कहना मुश्किल होगा,
तुम कहती हो खत लिखना,
खत लिखने से क्या हासिल होगा,
खत के साथ रणभूमि से विजय का जो पैगाम ना आए,
देखो वीर जवानो अपने खून पे ये इल्ज़ाम ना आए
Patriotic Poems in Hindi
ताक़त वतन की तुमसे है,
हिम्मत वतन की तुमसे है,
इज़्ज़त वतन की तुमसे है,
इंसान के हम रखवाले,
पहरेदार हिमालय के हम,
झोंके है तूफान के,
सुनकर गरज हमारी,
सीने फट जाते है चट्टानों के,
हाहहहहाहा
सीना है फौलाद का अपना,
फुलो जैसा दिल,
तंन में विंध्याचल का बल है,
मन में ताजमहल है,
ताक़त वतन की तुमसे है,
देकर अपना खून सींचते देश की हम फुलवारी,
बंसी से बंदूक बनाते हम है प्रेम पुजारी,
ताक़त वतन की तुमसे है,
Patriotic Poems in Hindi
आकर हमको कसम दे गयी राखी किसी बहन की,
देंगे अपना शीश, न देंगे मगर माटी अपने वतन की,
ताक़त वतन की हमसे है,
ख़तरे में हो देश अरे तब लड़ना सिर्फ़ धर्म है,
मरना है क्या चीज़ आदमी लेता नया जन्म है,
एक जान है एक प्राण है सारा देश हुमारा,
सदियो चलकर थकी, रुकी पर कभी न गंगा की धारा,
ताक़त वतन की हमसे है,
हिम्मत वतन की हमसे है
Top Patriotic Poems of all Time
यह देश है वीर जवानो का,
अलबेलो का मस्तानों का,
इस देश का यारो क्या कहना,
यह देश है दुनिया का गहना,
यहा चौड़ी छाती वीरो की,
यहा भोली शक्लें हीरो की,
यहाँ गाते हैं रांझे मस्ती में,
मचती है धूम बस्ती में,
पेड़ों पे बहार झूलो की ,
राहों में कतारें फुलो की,
यहाँ हस्ता है सावन बालो में,
खिलती है कलियाँ बालो में,
कही चंचल शोक जवानो का,
कही करतब तीर कमानो का,
यहा नित-नित मेले सजते है,
नित ढोल और तासे बजते हैं,
दिलबर के लिए दिलदार है हम,
दुश्मन के लिए तलवार हैं हम,
मैदान में अगर हम डट जाए,
मुस्क़िल है कि पीछे हट जाए
Patriotic Poems in Hindi
Patriotic Poems in Hindi
कदम कदम बढ़ाये जा खुशी के गीत गाये जा,
यह जिंदगी है कोम की तू कोम पे लुटाए जा,
तेरे लिए वतन की खाक बेकरार है,
वतन से दूर है मगर वतन के लिए गाए जा,
बड़ा कठिन सफ़र है यह बड़े कठिन हैं रास्ते,
मगर ये मुश्क़िले है क्या सिपाहियों के वास्ते,
तू बिजलियो से खेल आँधियो पे मुस्कुराए जा,
कदम कदम बढ़ाये जा खुशी के गीत गाये जा,
यह जिंदगी है कोम की तू कोम पे लुटाए जा,
बिछड़ रहा है तुझसे तेरा भाई तो बिछड़ने दे,
नसीब कोम का बने तो तू अपना घर उजड़ने दे,
मिटा के इक घर हज़ार घर बसाए जा,
कदम कदम बढ़ाये जा खुशी के गीत गाये जा,
यह जिंदगी है कोम की तू कोम पे लुटाए जा